Publish Date:21-Sep-2017 13:18:46
सीबीआई ने भ्रष्टाचार के आरोप में ओडिशा हाईकोर्ट के पूर्व जज आईएम कुद्दुसी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई ने 20 सितंबर को रिटायर्ड जज समेत पांच लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में एफआईआर दर्ज की थी।साथ ही आठ स्थानों पर छापेमारी भी की गई थी।
इससे पहले 20 सिंतबर को सीबीआई प्रवक्ताओं भावना पांडे और सुधीर गिरी ने बताया कि रिटायर्ड जज इशरत मसरूर कुद्दुसी, लखनऊ में मेडिकल कॉलेज संचालित करने वाले प्रसाद एजुकेशनल ट्रस्ट के बीपी यादव, पलाश यादव और एक बिचौलिए बिश्वनाथ अग्रवाल व दो अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों में केस दर्ज किया है। जस्टिस (रिटायर्ड) कुद्दुसी साल 2004 से 2010 के बीच ओडिशा हाईकोर्ट में जज थे।
उन्होंने बताया कि एजेंसी ने जज के घर समेत आठ ठिकानों पर छापेमारी की है। इसमें भुवनेश्वर और लखनऊ में तलाशी भी शामिल है। सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक लखनऊ के प्रसाद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस उन 46 मेडिकल इंस्टीट्यूट्स में शामिल था जिन्हें आधारभूत ढांचे में कमी के कारण नए छात्रों के एडमिशन लेने पर रोक लगा दी गई थी।
मामले को सेटल करने के एवज में की थी बड़ी रकम की मांग
दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि पूर्व जज ने अपने संपर्कों के आधार पर शीर्ष अदालत में इस मामले को सेटल कराने का आश्वासन दिया था। जिसके एवज में उन्होंने भारी राशि की मांग की थी।
वर्तमान जज के घर छापे की खबर गलत
सीबीआई की तरफ से ओडिशा हाईकोर्ट के मौजूदा जज के घर पर छापे की खबर से इनकार किया गया। प्रवक्ता ने कहा कि ऐसी खबरें पूरी तरह से आधारहीन और तथ्यात्मक रूप से गलत हैं। मीडिया में इस तरह की खबरें आई थी कि सीबीआई ने एड्रेस की गलती से पूर्व जज के बदले मौजूदा जज के घर पर छापा मारा था।
सूत्रों के हवाले से कहा गया कि सीबीआई सोमवार को कटक में मौजूदा जज के घर पहुंच गई थी। यह खबर उस समय सामने आई जब जज ने इस संबंध में ओडिशा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को मामले की जानकारी दी।
साभार- अमर उजाला