Publish Date:27-Feb-2020 00:15:00
मुरादाबाद: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी पर केस दर्ज किया गया है. आरोप है कि 23 फरवरी को CAA के खिलाफ कुरैशी ने भीड़ को भड़काया. उनके खिलाफ IPC की धारा 145, 149, 143 व 188 में गलशहीद थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया है.
दरअसल, 23 फरवरी को मुरादाबाद के ईदगाह मैदान में CAA के विरोध में चल रहे धरने में पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी बतौर मुख्य वक्ता पहुंचे थे. यहां उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कहा की केंद्र की मोदी सरकार ने सभी प्रदेशों को डिटेंशन सेंटर के लिए जगह मुहैया कराने के आदेश दे दिए हैं. पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने लोगों को डराते हुए कहा, ''इन्हीं डिटेंशन सेंटर में लोगों को रखा जाना है. वो ऐसे कैम्प बनवाना चाहते हैं जो पूर्व में हिटलर ने बनवाये थे. यहूदियों को बंधक बनाकर रखने के लिए.''
मुसलमानों से सबूत मांगना आपके बाप-दादा के बस की बात नहीं
उन्होंने आगे कहा कि अमित शाह और मोदी सोच रहे होंगे कि मुसलमानों को डरा देंगे. मैं ये कहता हूं मुसलमान केवल अल्लाह से डरता है. उन्होंने कहा, ''आप चाहते हैं कि मुसलमान आपको कोई सबूत दें, तो ये आपके बाप-दादा के बस की बात नहीं और मैं कहता हूं कि हिंदुस्तान में अगर कोई मुसलमानों से सबूत मांगे तो गला पकड़ लेना उसका. कोई भी ताकत आपसे सबूत नहीं मांग सकती.
''हमारी गैरत पर कोई हाथ डालेगा तो हम उसे काटकर फेंक देंगे''
अजीज कुरैशी ने कहा, ''मुसलमानों ने ये मुल्क जंगे आजादी के बाद दिया है और ये बताइयेगा अमित शाह और नरेंद्र मोदी को. हम लोग इस्लाम की रूह में सच्चे हैं और देश के वफादार हैं. हमारी गैरत पर कोई हाथ डालेगा तो उसे काटकर फेंक देंगे. मैं आपको बता दूं, अमित शाह और नरेंद्र मोदी, भाजपा और संघ परिवार, इनका एक ही मकसद है कि हिंदुस्तान को एक हिन्दू मुल्क बना दिया जाए. लेकिन हम लोग उनके इस मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे. यहां पर बैठे लोगों को डरना नहीं है, बहुत सारे नोटिस मिलेंगे.''
साभार- जी न्यूज