Publish Date:04-Nov-2016 22:22:48
भोपाल | पहले भोपाल जेल से 8 सिमी सदस्यों का भागना फिर 10 घंटे के अन्दर इनका एनकाउंटर हो जाना, कई सवाल अपने पीछे छोड़ गया. कुछ सवालो का जवाब तो थोड़े दिनों बाद मिल ही जाएगा, लेकिन एक सवाल का जवाब आज ही मिल गया. सवाल ये की अगर सिमी सदस्यों के पास कोई हथियार नही था, फिर उनका एनकाउंटर करने का आदेश किसने दिया?
मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नंदकुमार ने आज एक सभा में कहा की आतंकवाद के कथित आरोपी , 8 सिमी सदस्यों के भोपाल जेल से भाग जाने के बाद , मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस को आदेश दिए थे की चाहे जिन्दा पकड़ो या मुर्दा, मुझे सभी कैदी वापिस चाहिए. नंदकिशोर का यह बयान मुख्यमंत्री शिवराज के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है.
मध्य प्रदेश के शहडोल में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष नंदकिशोर मुख्यमंत्री की तारीफ करते करते कब उनके लिए मुसीबत खडी कर गए, यह उनको भी नहीं पता. नंदकिशोर ने कहा की आतंकियों के जेल से फरार होने के बाद शिवराज सिंह ने पुलिस को साफ़ साफ़ कहा की मुझे किसी भी हालत में आतंकवादी वापिस चाहिए, चाहे जिन्दा पकड़ो या मुर्दा.
गौरतलब है की दिवाली की रात को भोपाल जेल से फरार हुए सिमी के 8 सदस्यों को पुलिस ने 10 घंटो के अन्दर, एक एनकाउंटर में मार गिराया. इस एनकाउंटर के बाद भोपाल डीआईजी ने दावा किया था की सभी फरार कैदियों के पास हथियार थे, उन्होंने पुलिस पर फायरिंग की और पुलिस को आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की जिसमे सभी कैदी मारे गए.
इस एनकाउंटर के बाद से ही इस पर सवाल उठ रहे है. जैसे ATS प्रमुख ने कहा की कैदियों के पास हथियार नही थे. अगर ऐसा था तो कैदियों ने पुलिस पर कोई हमला नही किया होगा. फिर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने की बजाय , उनको क्यों मार गिराया? इसके अलवा वो जेल से कैसे भागे, हवालदार रमाशंकर यादव को उन्होंने कैसे मारा? ये सभी सवाल है जिसका सवाल जांच के बाद ही दिया जा सकता है.