Publish Date:05-Nov-2018 01:00:52
ट्रेड वॉर के बीच अमेरिका ने ईरान पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं, जो सोमवार आधी रात से लागू हो गया. ईरान को डर है कि इसके बाद लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी पहले से और मुश्किल हो जाएगी. अमेरिका द्वारा लगाए गए बैन के तहत ईरान में सोमवार आधी रात से कच्चे माल की दिक्कत होने की वजह से उद्योग-धंधे ठप हो सकते हैं. जीवन रक्षक दवाओं को खरीदना भी मुश्किल होगा. ऐसे में ईरानी आने वाले दिक्कतों को लेकर डरे हुए और बेचैन हैं.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि 5 नवंबर को ईरान के खिलाफ सभी प्रतिबंध फिर से पूरी तरह लागू कर दिए जाएंगे, जिन्हें परमाणु समझौते के कारण हटा दिया गया था. ईरान के साथ परमाणु समझौते से अलग होने के बाद ट्रंप ने सभी देशों से ईरान से तेल का आयात बंद करने या प्रतिबंधों का सामना करने की चेतावनी दी थी.
ईरान के एक स्कूल में पढ़ाने वाले पेचमान सरफनेजाद कहते हैं, 'मैं कल्पना नहीं कर सकता कि इतनी तेजी से कीमतें बढ़ेंगी. मुझे चिंता है और समझ नहीं आ रहा कि क्या करूं. हम बच्चों के लिए चावल भी खरीदने में सक्षम नहीं हैं और किराया भी नहीं दे पा रहे हैं.'
बता दें कि हाल ही में ट्रंप ने कहा था कि ईरान पर 5 नवंबर से लागू होने वाले अमेरिकी प्रतिबंधों का बड़ा असर होगा. उन्होंने ईरान की मौजूदा सरकार को ‘भ्रष्ट' बताया था और कहा था कि यह ईरान के खिलाफ अब तक की सबसे कड़ी दंडात्मक कार्रवाई है. ट्रंप ने कहा था कि ईरान अब वैसा देश नहीं रह गया है, जैसा उनके पदभार ग्रहण करने के समय करीब दो साल पहले हुआ करता था. इसलिए उसे सबक सिखाना जरूरी है.
भारत पर भी पड़ेगा असर
ईरान के तेल का सबसे बड़ा आयातक होने की वजह से भारत भी अमेरिकी प्रतिबंधों के दायरे में है. इससे बचने के लिए भारत को अमेरिका से छूट चाहिए होगी या ईरान से तेल का आयात बंद करना होगा. गौरतलब है कि भारत और चीन जैसे देशों के ईरान से तेल आयात जारी रखने के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा कि हम उन्हें देख लेंगे, जो ईरान से कच्चा तेल खरीद रहे हैं.
साभार- न्यूज 18