हेमंत स्मृति कविता सम्मान
क्या अदभुत संयोग है कि मेरे कविता संग्रह "बसंत के पहले दिन से पहले " पर 'हेमंत स्मृति कविता सम्मान' सचमुच बसंत के पहले दिन से पहले दिया गया। गौर कीजिए कि 22 जनवरी को बसंत पंचमी है और 20 को ये सम्मान मुम्बई में मुझे मिला।
दरअसल इस कविता संग्रह को को यह नाम देने का श्रेय हमारे मित्र भाई अशोक कुमार पांडे Ashok Kumar Pandey को जाता है। जब उन्होंने अपने 'दख़ल प्रकाशन' से इसे छापना तय किया तो उन्होंने संग्रह की एक कविता के भीतर की पंक्ति से शीर्षक तय किया। किताब का यह नाम ऐसा अजब संयोग बनाएगा यह तो सोचा भी नहीं जा सकता था। अशोक जी ने कल ही घोषणा की है इस संग्रह का दूसरा संस्करण (अब पेपरबैक) जल्द ही 'दख़ल' से प्रकाशित करेंगे। शुक्रिया भाई। मुम्बई में शनिवार को हेमंत फाउंडेशन द्वारा गरिमामय समारोह में ये सम्मान दिया गया।
फाउंडेशन द्वारा साहित्यिक पत्रिका 'बहुबचन' के संपादक अशोक मिश्र को कहानी संग्रह 'दीनानाथ की चक्की' के लिए 'विजय वर्मा कथा सम्मान' दिया गया। समारोह के मुख्य अतिथि 'अनुसंधान' के संपादक डॉ विजय कांत वर्मा थे और अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ सूर्यबाला ने की। विशिष्ट अतिथि जेजेटी यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ विनोद टिबड़ेवाला थे। किताबों पर वक्तव्य वरिष्ठ पत्रकार, कथाकार हरीश पाठक Harish Pathak व कवि हरि मृदुल Hari Mridulने दिए। फाउंडेशन की अध्यक्ष संतोष श्रीवास्तव Santosh Srivastava , सचिव प्रमिला वर्मा Pramila Verma ने सम्मान के बारे में जानकारी दी। संचालन देवमणि पांडे ने किया।
राकेश पाठक