25-Apr-2024

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गिरफ्तारी ही पर्याप्त नहीं दोष सिद्धि महत्वपूर्ण - न्यायमूर्ति रघुराम

''सायबर क्राइम इन्‍वेस्टीगेशन एवं इंटेलीजेंस समिट'' का समापन
मध्यप्रदेश व जम्मू-काश्मीर सहित 24 राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने सीखीं सायबर अपराधों से निपटने की बारीकियां


भोपाल,14 सितंबर 2019/ मध्‍यप्रदेश पुलिस अकादमी भौंरी में  आयोजित हुई तीन दिवसीय  ''सायबर क्राइम इन्‍वेस्टीगेशन एवं इंटेलीजेंस समिट'' का शनिवार की शाम समापन हुआ। समापन सत्र को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं ज्‍यूडीशियल अकादमी के निदेशक न्‍यायमूर्ति श्री जी.रघुराम ने  कहा समाज में यह धारणा है कि आरोपी की गिरफ्तारी  ही प्रकरण का समाधान है। पर असल सफलता तब है जब न्यायालय में आरोपी के खिलाफ दोष सिद्ध हो। इसके लिए अभियोजन और पुलिस को बेहतर समन्वय के साथ काम करने की जरूरत है।

न्यायमूर्ति श्री रघुराम ने जनोन्मुखी पुलिसिंग पर  जोर देते हुए कहा लोकसेवक के लिए देश  का हर नागरिक नियोक्ता होता है। अतः लोकसेवक को मानवता को ध्यान में  रखकर अपने काम को अंजाम देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आगे आने वाले समय में आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होगी। इसलिए पुलिस को सायबर तकनीक में निपुण होकर विशेष सतर्कता के साथ काम करना होगा।   उन्होंने  सायबर इन्वेस्टीगेशन विषय पर आयोजित की गई समिट की सराहना की। साथ ही कहा इस प्रकार के सेमीनार पुलिस के लिए मददगार साबित होंगे।

समिट के समापन अवसर पर विशेष पुलिस महानिदेशक  प्रशिक्षण श्री संजय राणा, पुलिस अकादमी के निदेशक श्री के टी वाईफे, अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक पुलिस सुधार श्री एम.एस.गुप्‍ता, मध्‍यप्रदेश ज्‍यूडीशियल अकादमी के उपनिदेशक श्री यशपाल सिंह, फेसबुक इंडिया के श्री सत्‍या व क्‍लीयर ट्रेल संस्‍था के वाईस प्रेसीडेंट श्री मनोहर कटोच सहित समिट के आयोजन से जुड़ीं संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं अधिकारी  मौजूद थे। समापन सत्र में मुख्य अतिथि ने 15 प्रतिभागियों को प्रतिक स्‍वरूप प्रमाण-पत्र प्रदान किए। इनके अलावा अन्‍य सभी प्रतिभागियों को भी प्रमाण पत्र दिए गए हैं।

समिट में दो केन्‍द्रीय ऐजेंसियों एवं मध्यप्रदेश व जम्मू-काश्मीर सहित  24 राज्‍यों के सवा सौ से अधिक पुलिस अधिकारियों ने सायबर क्राइम से निपटने एवं आधुनिक तरीकों से खुफिया जानकारी जुटाने की बारीकियाँ सीखीं।  इस समिट का आयो‍जन मध्‍यप्रदेश पुलिस द्वारा सॉफ्ट क्लिक फाउंडेशन, यूनीसेफ व क्‍लीयर ट्रेल कम्‍यूनिकेशन एनालिटिक्‍स के सहयोग से किया गया। समिट में देश एवं दुनिया के विख्‍यात सायबर क्राइम व इंटेलीजेंस विशेषज्ञों द्वारा सायबर क्राइम रोकथाम के गुर सिखाए गए। यह समिट विशेष रूप से महिलाओं एवं बच्चों के खिलाफ होने वाले सायबर अपराध रोकने एवं पुलिस अधिकारियों की कार्य क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। इसमें विभिन्‍न राज्‍यों के पुलिस अधीक्षक से लेकर निरीक्षक स्‍तर तक के अधिकारियों ने भाग लिया।

आखिरी दिन में इनके प्रजेंटेशन हुए

समिट के आखिरी दिन मध्यप्रदेश ज्यूडीशियल अकादमी के उप निदेशक श्री यशपाल सिंह ने इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की ग्राह्यता के बारे में  जानकारी दी। इसी कड़ी में  "सायबर  लॉ कंसल्टिंग, एड्वोकेट्स और एटोर्नीस" के संस्थापक अध्यक्ष श्री प्रशांत माली ने सायबर कानूनों पर विस्तार से प्रकाश डाला। भारत सरकार के संचार मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी श्री आर शाक्य ने आईटी टेलीग्राफ एक्ट एवं इससे जुड़े विषयों के बारे में बताया। "लीस रिक्वेस्ट टू फेसबुक" विषय पर हुए पैनल डिस्कशन में फेसबुक इंडिया के अधिकारी श्री सत्या एवं पुलिस अधीक्षक  सायबर इंदौर श्री जितेन्द्र सिंह ने हिस्सा लिया।

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