भोपाल- 21 मई 2019 - मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि छिंदवाड़ा में 30 अप्रैल को भाजपा के विधानसभा उपचुनाव के प्रत्याशी बंटी साहू और अन्य 20 -22 लोगों पर आचार संहिता के दौरान कोतवाली थाने के घेराव करने पर धारा 144 के उल्लंघन पर धारा 188 में प्रकरण दर्ज हुआ था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस प्रशासन ने इस मामले में आरोपीगण के ख़िलाफ़ नामजद प्रकरण दर्ज किया था। इस मामले को लेकर आरोपी गण के खिलाफ गिरफ्तारी के नोटिस भी जारी हुए थे। आज इस मामले में अचानक भाजपा के छिंदवाड़ा उप चुनाव के उम्मीदवार बंटी साहू खुद थाने गिरफ्तारी देने पहुंच गए। गिरफ्तारी के बाद उन्हें व अन्य आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया। यह सच्चाई है।
सलूजा ने कहा कि लेकिन भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह निहायत ही झूठे ,बेबुनियाद आरोप मुख्यमंत्री पर लगा रहे हैं।इससे उनका अल्प ज्ञान साबित होता है। वे कह रहे है कि मुख्यमंत्री ने इन सभी को गिरफ्तार करवाया। वह भी इसलिए की 23 मई को मतगणना होना है।कांग्रेस भाजपा प्रत्याशी और 21 मतगणना एजेंटों को मतगणना से बाहर रखना चाहती है। कांग्रेस सरकार गुंडागर्दी कर मुकदमे दर्ज करा रही है। जबकि सच्चाई यह है कि भाजपा उम्मीदवार और मतगणना एजेंट जमानत पर छूट चुके हैं। इन पर आचार संहिता के दौरान धारा 144 के उल्लंघन का आरोप है। आचार संहिता के दौरान प्रदेश भर में कई कांग्रेस के नेताओं पर भी प्रकरण दर्ज हुए है।
पुलिस ने भाजपा उम्मीदवार को ना नोटिस जारी किया और ना गिरफ्तार किया। उन्होंने तो खुद थाने आकर 21 दिन पुराने मामले में स्वयं आकर गिरफ्तारी दी। फिर भी भाजपा इस तरह के झूठे, मनगढ़ंत बेबुनियाद आरोप लगा रही है। यह सभी लोग 21 दिन पुराने मामले में आरोपी हैं। जबकि यह भाजपा के मतगणना एजेंट अभी बने हैं। फिर भी भाजपा आरोप लगा रही है कि मतगणना से दूर रखने के लिए इन के ऊपर मुकदमा दर्ज कर इनकी गिरफ्तारी की गई। चूंकि भाजपा छिंदवाड़ा से लेकर प्रदेश भर में बुरी तरह हार रही है इसलिए अभी से इस तरह के बयानों की पटकथा लिखी जा रही है। हार से बचने के लिए झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को इन झूठे आरोपों के लिए अविलंब माफी मांगना चाहिए।