जम्मू-कश्मीर में पीडीपी से समर्थन वापस लेने वाली बीजेपी इसी कहानी को बिहार में भी दोहरा सकती है. यह कहना है कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल का, जिन्होंने अंदेशा जताया है कि बीजेपी बिहार में कश्मीर की राह चलकर नीतीश कुमार से समर्थन वापस लेकर उनकी सरकार गिरा सकती है.
शक्ति सिंह गोहिल ने शनिवार को वडोदरा में कहा, 'जम्मू-कश्मीर में अभी जो हुआ उसे देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि बीजेपी बिहार में भी जेडीयू से समर्थन वापस खींच सकती है.
कांग्रेस के बिहार प्रभारी गोहिल ने गरीब उत्तरी राज्य को विशेष श्रेणी का दर्जा न देने के लिए मोदी सरकार की आलोचना की. एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि नीति आयोग के हाल की बैठक में जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग का मुद्दा उठाया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पिछले रविवार को नीति आयोग की बैठक में प्रधानमंत्री द्वारा ‘अपमानित’ किए जाने के बाद भी नीतीश कुमार ने बीजेपी की अगुवाई में एनडीए में बने रहने का निर्णय लिया है.
बता दें कि 19 जून को बीजेपी ने पीडीपी से तीन साल पुराना गठबंधन खत्म कर दिया. बीजेपी ने गठबंधन खत्म करते हुए कहा था कि पत्रकार शुजात बुखारी की त्या, सेना के जवान औरंगजेब की हत्या और प्रेस की फ्रीडम के चलते वह पीडीपी के साथ अपना राजनीतिक रिश्ता खत्म कर रही है.
वहीं जहां तक बिहार की बात है तो 2017 में नीतीश ने आरजेडी की दामन छोड़कर बिहार में बीजेपी का हाथ पकड़ा था. शुरुआत के कुछ वक्त तो दोनों पार्टियों के रिश्ते सामान्य रहे लेकिन पिछले दिनों नीतीश का बिहार को विशेष राज्य की मांग के लिए आवाज ऊंची करना, नोटबंदी की आलोचना और साम्प्रदायिक मामलों को लेकर बीजेपी पर हमला बोलना जैसी बातें ये भी बता रही हैं कि दोनों पार्टियों में सबकुछ सही तो नहीं है. हालांकि बीजेपी-जेडीयू गठबंधन बीजेपी-पीडीपी गठबंधन से काफी अलग है ऐसे में बीजेपी कश्मीर जैसा फैसला बिहार में लेगी ये कहना अभी जल्दबाजी ही लगता है.
साभार- आईबीएन खबर