18-Apr-2024

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पेपर लीक के आरोपी को बनाया इलेक्शन-आईकॉन

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औरगाबाद के डीएम करेंगे जांच

औरंगाबाद. मतदाताओं को जागरूक (Voter Awareness) करने के लिए निर्वाचन आयोग या विभिन्न राज्यों के जिलों में कार्यरत निर्वाचन कोषांग समाज की जानी-मानी और बेदाग शख्सियतों को वोटर-आईकॉन (Voter-Icon) बनाती है. इसके पीछे मकसद यह होता है कि वह शख्स मतदाताओं को वोट देने के लिए जागरूक करेगा. लेकिन बिहार (Bihar) के औरंगाबाद (Aurangabad) जिले में एक ऐसे शख्स को वोटर-आईकॉन बना दिया गया है, जो कई आपराधिक मामलों का आरोपी रह चुका है. जी हां, औरंगाबाद जिले के निर्वाचन कोषांग (District Election Branch) ने सतीश रंजन नाम के कोचिंग संचालक को दिव्यांग मतदाताओं का आइकॉन बना दिया है. सतीश रंजन न सिर्फ आईपीसी की धारा 420 और 120 का आरोपी है, बल्कि इन मामलों में वह जेल भी जा चुका है. यही नहीं, 2017 में इंटर की परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक (Intermediate Paper Leak Case) करने के मामले में भी वह अपने सहयोगियों के साथ जेल जा चुका है. इस मामले के सुर्खियों में आने के बाद अब औरंगाबाद के डीएम ने मामले की जांच का आदेश दिया है.

जिला प्रशासन की गलती पर हैरानी
कोचिंग संचालक सतीश रंजन की कारस्तानियों को लेकर औरंगाबाद के पूर्व जिलाधिकारी कंवल तनुज ने कार्रवाई की थी. इंटर पेपर लीक मामले के सामने आने के बाद आम लोगों ने एक शिक्षक की ऐसी शर्मनाक करतूत की तीखी निंदा की थी. लेकिन गुरुवार को जब इसी सतीश को वोटर-आईकॉन बनाने की बात सामने आई, तो जिले के लोग हैरान रह गए. लोगों ने तत्काल जिला प्रशासन के फैसले का विरोध किया. साथ ही अन्य मामलों में भी ऐसी गड़बड़ियों की जांच की बात उठाई. तब जाकर डीएम राहुल रंजन महिवाल ने गलती मानते हुए सदर एसडीओ डॉ. प्रदीप कुमार को जल्द से जल्द भूल सुधारने का निर्देश दिया.

राज्य निर्वाचन आयोग ने भी लिया संज्ञान

औरंगाबाद जिला निर्वाचन कोषांग की यह गलती, राज्य मुख्यालय से भी छिपी नहीं रह सकी है. राज्य निर्वाचन आयोग ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लिया है. साथ ही जिला प्रशासन को इसकी जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया है. आपको यह भी बता दें कि कोचिंग संचालक सतीश रंजन को वोटर-आईकॉन बनाने का मामला सामने आने के बाद एक और खुलासा हुआ. पता चला है कि प्रशासन में अपनी पहुंच के दम पर सतीश पीडब्ल्यूडी का भी ब्रांड एंबेसडर बना बैठा है. अब दिव्यांग वोटरों के आईकॉन बनने की जांच के साथ इस मामले की भी जांच कराई जा सकती है.

साभार- न्‍यूज 18

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