Publish Date:20-Oct-2018 16:12:49
अमृतसर ट्रेन हादसे के बाद रेलवे ने शनिवार को 37 ट्रेनें कैंसिल की और 16 ट्रेनों के रूट बदले. हादसे में 59 लोगों की मौत हुई और 57 लोग घायल हुए हैं.
पीटीआई के अनुसार,कैंसिल ट्रेनों की जानकारी देते हुए नॉर्दन रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने बताया, "10 मेल/एक्सप्रेस और 27 पैसेंजर ट्रेनें कैंसिल की गई हैं. 16 ट्रेनों के रूट को डायवर्ट किया है. वहीं, 18 ट्रेनों को अमृतसर आने से पहले रास्ते में ही टर्मिनेट कर दिया गया है.जालंधर और अमृतसर के बीच के ट्रैक को अभी बंद कर दिया गया है."
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने कहा," हमारे पास इस इवेंट की कोई जानकारी नहीं थी और न ही परमिशन ली गई थी. यहां पर रेलवे की जमीन को निजी प्रॉपर्टी की तरह इस्तेमाल किया गया. अमृतसर और मनावाला के बीच निर्धारित स्पीड से ही ट्रेन निकलती हैं. ट्रैक पर लोग होंगे इसकी तो उम्मीद ही नहीं होती."
अश्विनी लोहानी ने आगे कहा, "रेलवे का अमला रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए होता है. घटनास्थल से ये क्रॉसिंग 400 मीटर की दूरी पर है. यदि ड्राइवर इमरजेंसी ब्रेक लगाता तो इससे भी बड़ी दुर्घटना हो सकती थी.
ये हादसा अमृतसर और मनावला के बीच फाटक नंबर 27 के पास हुआ. दरअसल, शुक्रवार की शाम करीब 7 बजे अमृतसर के चौड़ा बाजार स्थित जोड़ा फाटक के रेलवे ट्रैक पर लोग मौजूद थे. पटरियों से महज 200 फीट की दूरी पर पुतला जलाया जा रहा था. इसी दौरान जालंधर से अमृतसर जा रही डीएमयू ट्रेन नंबर 74943 वहां से गुजरी.
तेज रफ्तार इस ट्रेन ने ट्रैक पर मौजूद लोगों को कुचल दिया और देखते ही देखते 150 मीटर के दायरे में लाशें बिछ गईं. वहीं, इस हादसे के बाद स्थानीय विधायक नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी और पेशे से डॉक्टर नवजोत कौर निशाने पर आ गई हैं. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि रावण दहन कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नेता डॉ. नवजोत कौर मंच पर मौजूद थीं, लेकिन घटना के बाद कार लेकर मौके से चली गईं.
साभार- आज तक