Publish Date:20-Oct-2018 20:56:28
गुवाहाटी/ईटानगर, भूस्खलन के चलते तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी का बहाव प्रभावित हुआ है, जिससे एक कृत्रिम झील बन गई है। इस झील में बढ़ रहे पानी से असम और अरुणाचल प्रदेश में अचानक बाढ़ आने की आशंका है। ऐसे में असम और अरुणाचल प्रदेश में नैशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) की 32 टीमों को तैनात किया गया है।
एनडीआरएफ ने एक बयान में कहा, 'अचानक बाढ़ की आशंका को देखते हुए अरुणाचल प्रदेश और असम के कई जिलों में एनडीआरएफ की 32 टीमें तैनात की गई हैं।' चीनी इमर्जेंसी सर्विसेज ने बताया है कि उसने भूस्खलन के बाद यहां से करीब 6,000 लोगों को सुरक्षित बचाया है। अबतक किसी के घायल होने की खबर नहीं है। बताया जा रहा है कि चीन भारत को इस ब्लॉकेज के बारे में अपडेट दे रहा है।
सांसद ने पत्र लिखकर मांगी मदद
आपको बता दें कि अरुणाचल प्रदेश राज्य चीन के तिब्बत क्षेत्र से लगा हुआ है। चीन में भूस्खलन से नीचे की तरफ ब्रह्मपुत्र नदी के पानी का फ्लो प्रभावित हुआ है। अरुणाचल से कांग्रेस के सांसद निनोंग एरिंग ने चिट्ठी लिखकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और जल संसाधन राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। सासंद के मुताबिक, चीन में 16 अक्टूबर को आए भूस्खलन की वजह से ब्रह्मपुत्र के फ्लो में यह ब्लॉकेज मिलिन सेक्शन के पास आया है।
पानी के स्तर में 40 मीटर का इजाफा
चीन में हुए भूस्खलन की वजह से नदी के बहाव पर डैम की तरह का बैरियर बन गया है। चीन के मुताबिक, मेनलिंग काउंटी में एक गांव के पास हुए भूस्खलन के बाद झील के पानी के स्तर में 40 मीटर का इजाफा हुआ है। यह झील भी अब भारत के लिए खतरा बनी हुई है। अरुणाचल के ईस्ट सियांग जिले में प्रशासन ने लोगों को नदी किनारे जाने से मना किया है।
साभार- नवभारत टाइम्स