Publish Date:14-Nov-2017 23:24:04
राजकाज न्यूज, भोपाल
खण्डवा पुलिस ने दिनदहाड़े हुई 18 लाख रुपये की सनसनीखेज लूट की घटना का 10 घंटे के भीतर ही खुलासा कर दिया हैं। 13 नवम्बर को प्रातः 09.30 बजे थाना प्रभारी, थाना कोतवाली दिलीप पुरी को पेट्रोल पम्प व्यवसायी मुफ्तीलाल नरेडी द्वारा थाना आकर बताया कि पेट्रोल पम्प पर दो दिन की बिक्री की सिल्लक के 18 लाख रूपये मेरे यहां काम करने वाले मुष्ताक, सईद व शरद आई.सी.आई.सी.आई. बैंक बाम्बे बाजार जमा करने जा रहे थे। मुश्ताक द्वारा बताया गया कि वह व सईद रूपये का बैग लेकर एक मो.सा. पर थे तथा शरद एक्टिवा पर पीछे जा रहा था, तभी बुधवारा बाजार में एन्टिक स्टोर्स के पास पेशाबघर के सामने लाल कलर की मो.सा. लेकर एक व्यक्ति हमारी गाडी के सामने अपनी गाडी लेकर आ गया व हमको रोक दिया। उसी समय एक काले रंग की मो.सा. पर सवार दो व्यक्ति आए, मेरी गाडी के सामने मो.सा. अडाकर उनमें से एक व्यक्ति ने कट्टा निकाला और मेरी तरफ तान दिया व झूमाझटकी कर रूपयों से भरा बैग छीनकर ले गए।
थाना प्रभारी, थाना कोतवाली द्वारा तत्काल पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेन्द्र तारणेकर एवं नगर पुलिस अधीक्षक एस.एन.तिवारी को उक्त सूचना से अवगत कराकर मार्गदर्षन प्राप्त किया एवं अपनी टीम को लेकर तत्काल घटनास्थल की ओर रवाना हुए। उक्त घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन द्वारा जिले के सभी थाना प्रभारियों को अलर्ट कर चेकिंग हेतु लगाया गया व स्वयं भी तत्काल घटनास्थल की ओर रवाना हुए।
प्रकरण के अज्ञात आरोपियों की पतारसी हेतु शहर खण्डवा के पुलिस विभाग के शासकीय कैमरों के सी.सी.टी.व्ही. फुटैज एवं शहर में विभिन्न स्थानों पर लगे प्रायवेट कैमरों के फुटैज चेक की गई। फुटैज चेक करते एक संदिग्ध का फोटो मो.सा. के साथ प्राप्त हुआ। उक्त फोटो के आधार पर घटनास्थल के आसपास एवं शहर के विभिन्न क्षेत्रों में संदेही की तलाष की गई। उक्त फोटो के आधार पर सूचना मिली कि यह फोटो चिन्टू उर्फ आषीष पिता राजेष यादव निवासी विध्यांचल प्रेस गली खण्डवा की हो सकती है। जिसके आधार पर चिन्टू उर्फ आषीष की तलाष करते वह तीन पुलिया क्षेत्र में मिला, जिसे पकडा व पूछताछ की गई, जिसने फुटैज व गाडी स्वयं की होना स्वीकार की और 18 लाख रूपये लूट की घटना अपने भाई दीपक व राजू यादव के साथ मिलकर घटना घटित करना स्वीकार किया। आरोपी चिन्टू उर्फ आषीष की स्वीकृति के आधार पर दीपक व राजू की तलाश करते उक्त दोनों को मिश्रा नर्सिंग होम के पास मिले, जिन्हे पकडकर पूछताछ की गई। पूछताछ पर आरोपीगण द्वारा घटनाक्रम इस प्रकार बताया गया।
नरेडी सेठ के यहां काम करने वाले व्यक्ति अधिकतर कार से बैंक में पैसा जमा करने जाते थे। कार का ड्रायवर सोहनलाल पाल पैसे जमा करने के लिए जाता था, जिसने बताया था कि काफी पैसा बैंक में जमा होता है। फिर सोहनलाल व हम लोगों ने मिलकर लूट की योजना बनाई। सोहनलाल ने बताया था कि जिस दिन मैं बाहर रहता हूं, उस दिन मो.सा. से पैसा जमा करने जाते हैं। मैं सोमवार बाहर जा रहा हूं, तुम उस दिन वारदात को अंजाम दे देना। हम चारों द्वारा घटना की वारदात को अंजाम देने की योजना तैयार कर ली थी और आज जब सोहनलाल कार लेकर इन्दौर चला गया, तब हमने उसके कहे अनुसार रैकी की व घटना को अंजाम दिया।
प्रकरण में आरोपी सोहनलाल को भी गिर. कर लिया गया है व आरोपीगण द्वारा लूटे गए मश्रुका में से 17 लाख 33 हजार रूपये बरामद कर लिया गया है। आरोपीगण का पुलिस रिमाण्ड प्राप्त कर घटना में उपयोग किया गया कट्टा एवं शेष राषि शीघ्र ही जप्त की जावेगी। सनसनीखेज लूट की वारदात का 10 घण्टे में खुलासा करने वाली टीम को अतिरिक्त पुलिस महानिदेषक, इन्दौर झोन इन्दौर द्वारा 30 हजार रूपये नकद पुरस्कार से पुरूस्कृत किए जाने की घोषणा की गई है।