Publish Date:17-Feb-2020 00:38:58
जयपुर. एसीबी (ACB) ने राजधानी में परिवहन विभाग पर रविवार को अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. विभाग में चल रहे सबसे बड़े घूसखोरी (Bribe) के खेल से पर्दा उठाते हुए आरटीओ, डीटीओ, परिवहन निरीक्षकों और दलालों की एक बड़ी टोली को बेनकाब किया गया है. उल्लेखनीय है कि एसीबी के अधिकारी पिछले 4 महीने से इन सभी दलालों और परिवहन विभाग के अधिकारियों पर नजर रखे हुए थे. सबूतों का सत्यापन होने के बाद आज एसीबी की 17 टीमों ने एक साथ छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया.
रिश्वत लेने रंगे हाथ पकड़ा
एसीबी ने परिवहन निरीक्षक को दलाल से 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा. दलाल के पास से अन्य अधिकारियों की बंधी देने के लिए रखे 1.20 लाख रुपये भी जब्त किए गए. इस दौरान ब्यूरो ने परिवहन विभाग के सात अधिकारियों और नौ दलालों को निरद्ध किया. इन सभी के ठिकानों की तलाशी के दौरान एसीबी को करीब 1.20 करोड़ रुपये नकद, प्रॉपर्टी के दस्तावेज और दलालों के पास से रिश्वत के लेनदेन की पर्चियां बरामद हुई हैं. डीजी एसीबी के अनुसार प्रदेश में अभी भी सर्च अभियान जारी है.
मिली थी खबर
डीजी एसीबी के अनुसार इस कार्रवई में तनुश्री लॉजिस्टिक और अन्य दलालों की ओर से 16 फरवरी को इस माह की बंधी परिवहन अधिकारियों के पास रिश्वत के तौर पर पहुंचने की सूचना मिली थी. इस पर ब्यूरो मुख्यालय से डीजी एसीबी डॉ आलोक त्रिपाठी के निर्देश में डेढ़ दर्जन टीमों का गठन किया गया. कार्रवाई के दौरान परिवहन निरीक्षक उदयवीर सिंह को दलाल मनीष मिश्रा से 40 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया.
इनको किया गया निरुद्ध
परिवहन विभाग के डीटीओ शाहजहांपुर गजेंद्र सिंह, डीटीओ चौमूं विनय बंसल, डीटीओ मुख्यालय महेश शर्मा और परिवहन निरीक्षक शिवचरण मीणा, उदयवीर सिंह, आलोक बुढानिया, नवीन जैन, रतनलाल को निरूद्ध किया गया. वहीं दलाल जसवन्त सिंह यादव, बस संचालक गोल्ड लाइन ट्रांसपोर्ट कम्पनी, विष्णु कुमार-तनुश्री लॉजिस्टिक, ममता तनुश्री लॉजिस्टिक, मनीष मिश्रा-तनुश्री लॉजिस्टिक,रणवीर, पवन उर्फ पहलवान तथा विष्णु कौशिक को भी निरूद्ध किया गया. इन सभी के घरों-दफतरों की तलाशी का अभियान जारी है. ब्यूरो के दलों की ओर से किए जा रहे तलाशी अभियान में अब तक एक करोड़ बीसलाख रुपये के करीब नकद, प्रोपर्टी के दस्तावेज तथा मध्यस्थ दलालों के पास से रिश्वत लेनदेन की सूचियां, हिसाब-किताब का ब्योरा तथा लेपटॉप-मोबाईल फोन पर लेनदेन एवं रिश्वत संबंधी हिसाब-किताब के साक्ष्य मिले हैं.
साभार- न्यूज 18 में
राकेश गुसाईं
सौरभ गृहस्थी
अरबाज अहमद की रिपोर्ट